दिल्ली में हुई जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में कपड़े पर 1 जनवरी से 5 फीसदी की जगह पर 12 फीसदी जीएसटी लगाने के फैसले को वापस लेने का कैट (कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ) ने स्वागत किया है. वहीं उन्होंने इस फैसले को वक्त की जरूरत बताया है.
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने इस फैसले का देश भर के व्यापारियों की ओर से स्वागत करते हुए कहा कि, इससे देश के लाखों कपड़ा एवं फुटवियर व्यापारियों को राहत मिलेगी जो पिछले एक महीने से भी ज्यादा समय से बेहद तनाव की जिंदगी जी रहे थे. वहीं, कपड़े की तरह फुटवियर पर भी जीएसटी दर बढ़ाने के फैसले को स्थगित करना आवश्यक है.
कैट ने केंद्रीय वित्त मंत्री से की मांग
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री खंडेलवाल ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से आग्रह किया है कि, जीएसटी के अलग-अलग मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा करने, राजस्व में वृद्धि करने और जीएसटी का कर दायरा बढ़ाने के लिए केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर बोर्ड के अध्यक्ष की अध्यक्षता में एक ‘टास्क फाॅर्स ‘ का गठन किया जाए. जिसमें वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों समेत व्यापार के प्रतिनिधि भी शामिल हो.
जीएसटी कर प्रणाली को सरल बनाने की मांग
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री खंडेलवाल ने कहा कि, जीएसटी को लागू हुए चार साल से ज्यादा हो गए हैं और अभी तक जीएसटी एक स्थिर कर प्रणाली नहीं बन पाई है. जीएसटी का पोर्टल भी सही तरीके से काम नहीं कर रहा है. उम्मीदों के विपरीत जीएसटी कर प्रणाली में बेहद विसंगतियों के कारण यह बहुत ही जटिल कर प्रणाली बन गई है.
दरअसल कैट ने पहले भी केंद्र सरकार और जीएसटी काउंसिल से पूरी जीएसटी कर प्रणाली पर नए सिरे से विचार कर इसे एक बेहद सरल कर प्रणाली बनाए जाने की मांग की थी. जिसके अंतर्गत देश भर में ज्यादा से ज्यादा व्यापारी जीएसटी के अंतर्गत पंजीकरण कर व्यापार करें और सरकारों का राजस्व भी बढ़े.
2022
दो दिवसीय राष्ट्रीय व्यापारी सम्मेलन बुलाया
वहीं, कैट ने अपनी इस मांग को दोबारा दोहराते हुए जीएसटी और ई कॉमर्स पर व्यापक विचार करने और भविष्य की रणनीति तय करने के लिए आगामी 11 -12 जनवरी को कानपुर में देश के 100 से ज्यादा प्रमुख व्यापारी नेताओं का दो दिवसीय राष्ट्रीय व्यापारी सम्मेलन बुलाया है.
https://youtu.be/nDQ8Cg87Zqk