योजना के तहत आनलाइन पोर्टल पर आवेदन दिए जा सकते हैं। आवेदन में निर्यातक कंपनियों को अपनी वार्षिक निवेश योजना, संभावित बिक्री, कारोबार, संभावित रोजगार सृजन और योजना की अवधि के दौरा निर्यात के बारे में टेक्सटाइल मंत्रालय को जानकारी देनी होगी।
पानीपत एक्सपोर्टस एसोसिएशन के प्रधान ललित गोयल के अनुसार इस योजना का निसंदेह निर्यात उद्योग का बढ़ावा मिलेगा। टावल, गारमेंट के अतिरिक्त कुछ अन्य आइटम जो पानीपत से निर्यात होती है। इस योजना में शामिल होगी। इससे निर्यात उत्पादन बढ़ाने की राह खुलेगी। यहां के निर्यातकों ने पानीपत में बनने वाले अन्य उत्पादन मैट दरी, कपड़े को भी शामिल करने का सुझाव दिया है। योजना के लागू होने से पानीपत में उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। जिससे रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
चीन से निर्यात आर्डर डायवर्ट होने का फायदा
चीन से टेक्सटाइल निर्यात के कुछ आर्डर भारत में डायवर्ट हो रहे हैं। इन आर्डर को पूरा करने के लिए उद्योगों का उत्पादन क्षमता बढ़ानी होगी। इस योजना के लागू होने से निर्यातक अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ा पाएंगे। जिससे निर्यात के साथ-साथ रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।