इंदौर रिटेल
गारमेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया कि सवा माह से व्यापारी इस बढ़ोतरी का
विरोध कर रहे थे जिसका सुखद परिणाम शुक्रवार को GST कौंसिल की बैठक
में आया। कपड़ा उद्योग पर GST की दर 12 फीसदी करने के निर्णय स्थगित करने पर
इंदौर सहित मप्र के कपड़ा व्यापारियों में खुशी का माहौल है। शुक्रवार को कपड़ा
व्यापारियों ने इसे लेकर स्वागत किया और एक-दूसरे को मिठाई
खिलाकर जश्न मनाया और सरकार का आभार माना।
गारमेंट्स व्यापारियों ने एक-दूसरे मिठाइयां खिलाकर जश्न मनाया। इंदौर ही नहीं पूरे देशभर से इसे लेकर मांग उठ रही थी। खास बात यह कि कपड़ा आमजन से जुड़ा जरूरी मुद्दा है। इसे लेकर मैंने यह मुद्दा संसद में उठाया और वित्त मंत्री से निवेदन किया था कि इस पर GST कौंसिल में पुनर्विचार किया जाए। उन्होंने इस पर गंभीरता से विचार किया। इससे कपड़ा व्यापारी व आमजन में अब राहत है। दूसरी ओर एमटी क्लॉथ मार्केट, सीतलामाता बाजार, आड़ा बाजार, राजबाडा आदि क्षेत्रों के कपड़ा व्यापारियों में भी निर्णय को लेकर खासा उत्साह है। एमटी क्लॉथ मार्केट के कपडा व्यापारियों ने भी पूरे बाजार में जश्न मनाया।
देशभर में कपड़ा व्यापारियों के भारी विरोध के बाद कपड़ों पर होने वाली वस्तु एवं सेवा कर (GST) की वृद्धि को टाल दिया गया है. जीएसटी काउंसिल (GST Council) ने अपनी बैठक में फिलहाल जीएसटी की वृद्धि रोकने का फैसला किया है. इस फैसले के बाद व्यापारियों में खुशी की लहर दौड़ गई. विदिशा और इंदौर में व्यापारियों ने आतिशबाजी कर जश्न मनाया. तो वहीं कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर आशंका भी जताई.
बता दें कि पिछले डेढ़ महीने से कपड़ा व्यापारी और जूता व्यापारी केंद्र सरकार द्वारा कपड़ा और जूतों पर पांच फ़ीसदी से बढाकर 12 फीसदी जीएसटी को लागू न करने की मांग कर रहे थे. केंद्र सरकार इसे 1 जनवरी से लागू करने वाली थी. उसके पहले ही मोदी सरकार ने व्यापारियों के लगातार हो रहे विरोध को मानते हुए जीएसटी की दरों में बढ़ोतरी को वापस ले लिया. अब यथावत चल रहे GST की दर 5 फ़ीसदी ही रहेगी.
https://youtu.be/pOXciaiTlRo