Entrepreneurs and 10 thousand laborers on the road in protest /आदशों के विरोध में सड़क पर उद्यमी और 10 हजार मजदूर

TextileTimesNews

आदशों के विरोध में सड़क पर उद्यमी और 10 हजार मजदूर, मुख्यमंत्री के नाम डीसी को सौंपा ज्ञापन पानीपत।(TextileTimes News)

(1) केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के आदेशों के खिलाफ शनिवार को उद्यमी और करीब 10 हजार मजदूर सड़क पर उतर आए। उन्होंने सरकार, बोर्ड और आयोग के खिलाफ नारेबाजी की।

(2) उद्यमी और मजदूर प्रदर्शन करते हुए जिमखाना क्लब से लघु सचिवालय तक पैदल शांति मार्च निकालते हुए पहुंचे। डीसी सुशील सारवान को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इस बीच जीटी रोड पर शहर के लोगों को भीषण जाम का सामना करना पड़ा। 

(3) इसके बाद उद्यमियों ने स्काई लार्क में प्रेसवार्ता की। उन्होंने आयोग के आदेशों को तुगलकी फरमान करार दिया। उद्यमियों ने कहा कि उन पर आदेश जबरन थोपे जा रहे हैं। पानीपत में छोटे-बडे कुल 10 हजार से अधिक उद्योग हैं, जिनमें पांच लाख मजदूर काम करते हैं। इन मजदूरों पर आठ लाख परिवारों की जिम्मेदारी है। पांच दिन से लगातार उद्योग बंद होने से करोड़ों का नुकसान हो चुका है। उन्होंने कहा कि फैक्टरियों से वायु प्रदूषण नहीं होता, हर मशीन और बॉयलर की ऑनलाइन मॉनिटरिंग होती है।


Entrepreneurs and 10 thousand laborers on the road in protest against the ideals, memorandum submitted to the DC in the name of the Chief Minister

Panipat.

(1) Entrepreneurs and about 10,000 laborers took to the road on Saturday against the orders of the Central Pollution Control Board and the Air Quality Management Commission. They raised slogans against the government, the board and the commission. Entrepreneurs and workers marched from the Gymkhana Club to the Mini Secretariat while taking out a peace march on foot. Submitted a memorandum to the Chief Minister to DC Sushil Sarwan. Meanwhile, the people of the city had to face heavy traffic jam on GT Road.

(2) After this the entrepreneurs held a press conference in Skylark. He termed the orders of the commission as Tughlaq decrees. The entrepreneurs said that orders were being forced on them. There are more than 10 thousand small and big industries in Panipat, in which five lakh laborers work.

(3) These laborers have the responsibility of eight lakh families. Crores have been lost due to the closure of the industry for five consecutive days. He said that factories do not cause air pollution, every machine and boiler is monitored online.

TextileTimes

इंडिया में सबसे तेजी से बढ़ता हुआ हिंदी टेक्सटाइल समाचार चैनल है, जो हिंदी टेक्सटाइल न्यूज साइटों में सबसे अधिक विश्वसनीय, प्रामाणिक और निष्पक्ष समाचार अपने समर्पित पाठक वर्ग तक पहुंचाता है। यह अन्य भाषाई साइटों की तुलना में अधिक विविधतापूर्ण मल्टीमीडिया कंटेंट उपलब्ध कराता है। इसकी प्रतिबद्ध संपादकीय टीम हररोज विशेष और विस्तृत कंटेंट देती है। साथ ही यहां,व्यापक नेटवर्क की हजारों खबरें भी उपलब्ध होती हैं। हमारा यह चैनल 24 घंटे अपडेट है, जिससे हर बड़ी घटना तत्काल पाठकों तक पहुंच सके।

एक टिप्पणी भेजें

Thank You For Your Valuable Feedback
TextileTimes News
Digital Media

और नया पुराने